देहरादून
उत्तराखंड कौशल विकास विभाग की मुहिम के चलते पहाड़ की बच्चियों अब जापान में नौकरी करती हुई नजर आएंगी
पहाड़ के दूरस्थ क्षेत्र की रहने वाली बेटियां अपनी मेहनत से अब जापान का सफर तय करने जा रही है।
उत्तराखंड में कौशल विकास विभाग के अंतर्गत निजी संस्था के सहयोग से प्रदेश के बच्चों के लिए जैपनीज लैंग्वेज के स्पेशल कोर्सेज कराए जा रहे हैं। बच्चों को जापानी भाषा में दक्ष करके जापान में नौकरी के लायक बनाया जा रहा है। उत्तराखंड के 23 से ज्यादा बच्चे जापान में नौकरी शुरू कर चुके हैं ।
इसके साथ ही अब प्रदेश के अलग-अलग जनपदों की नौ बेटियां भी जापान में सर्विस के लिए जा रही है। प्रदेश के कौशल विकास मंत्री सौरभ बहुगुणा के आवास पर एक कार्यक्रम का आयोजन किया गया। जहां उन्होंने जापान जाने वाली लड़कियों को सम्मानित किया।
इस दौरान सौरभ बहुगुणा ने कहा कि राज्य सरकार पहाड़ के बच्चों को स्किल डेवलपमेंट के मामले में लगातार दक्ष बना रही है। जापान में भारतीय युवाओं की बेहद मांग है। मात्र डेढ़ लाख के खर्चे पर इन बच्चों को जापान में नौकरी के लिए दक्ष बनाया गया है। इसमें 30% सब्सिडी सरकार की ओर से दी जा रही है।
बच्चों को स्किल डेवलपमेंट में दक्ष करने वाली संस्था के रीजनल हेड रमेश पेटवाल का कहना है की डेढ़ लाख रुपए में बच्चों के जापान का किराया और वीजा की फीस भी सम्मिलित की गई है। डेढ़ लाख रुपये मैं 30% सब्सिडी राज्य सरकार दे रही है। गरीब बच्चों को डेढ़ लाख रुपये रन के तौर पर दिए जा रहे हैं। जापान में बड़े पैमाने पर उत्तराखंड के बच्चे नौकरी कर रहे हैं। जिन नौ बच्चियों का सिलेक्शन हुआ है वह सभी गरीब परिवारों से आती है और प्रदेश के अलग-अलग जनपदों से संबंध रखती हैं।
जापान के लिए चयनित होने वाले बच्चों ने कहा कि जापान एक ऐसा देश है जो अनुशासन के मामले में सबसे बेहतर है। इनके लिए वहां नौकरी करना एक सपना की तरह है। बच्चों ने काफी मेहनत की जिसके जरिए जापानी लैंग्वेज सीखने के बाद ऑनलाइन टेस्ट के जरिए नौकरी प्राप्त की है
