मतगणना स्थल पर विद्युत, पेयजल, खानपान एवं लॉ एंड ऑर्डर के लिए विशेष अधिकारियों की तैनाती की गई,
काउंटिंग सेंटर के लिए स्पेशल मजिस्ट्रेट की तैनाती भी की गई,
काउंटिंग सेंटर में सुरक्षा के दृष्टिगत तीन घेरों में सुरक्षा व्यवस्था बनाई गई,
सबसे अंदर घेरे में सीआरपीएफ द्वारा ड्यूटी दी जा रही है। दूसरे घेरे में राज्य सशस्त्र पुलिस बल एवं तीसरे घेरे में राज्य पुलिस द्वारा ड्यूटी तैनात की जाएगी,
किसी भी व्यक्ति को तीसरे घेरे के आगे वाहन ले जाने की अनुमति नहीं होगी,
सभी आने वाले व्यक्तियों/ अधिकारियों/ कार्मिकों को डी.ओ या फिर आर.ओ द्वारा जारी पहचान पत्र के आधार पर ही एंट्री दी जाएगी,
प्रत्याशियों एवं पॉलीटिकल पार्टी द्वारा नियुक्त किए जाने वाले काउंटिंग एजेंट फार्म 18 में दिए गए नियुक्ति पत्र एवं पहचान पत्र के साथ प्रवेश कर सकते हैं,
काउंटिंग केंद्र पर किसी भी व्यक्ति को मोबाइल फोन ले जाने की अनुमति नहीं होगी,
काउंटिंग में पारदर्शिता के लिए समस्त प्रक्रियाओं की वीडियोग्राफी की जाएगी,
प्रत्येक विधानसभा में पांच रैंडम सिलेक्टेड वीवीपैट मशीन के अंदर पर्चियों की काउंटिंग की जाएगी, जिसके उपरांत उसे ईवीएम में प्राप्त मतों के साथ टैली किया जाएगा,
अपर मुख्य निर्वाचन अधिकारी ने बताया कि मतदान के दौरान मतदान कार्मिकों द्वारा कुल 27156 पोस्टल बैलेट का प्रयोग किया गया।
इसके अतिरिक्त 12670 दिव्यांग एवं वृद्ध मतदाताओं ने मतदान किया था।
इलेक्ट्रॉनिकैली ट्रांसमिटेड पोस्टल बैलट सिस्टम (ETPBS) के माध्यम से अब तक 52053 पोस्टल बैलेट प्राप्त हो चुके हैं,
उत्तराखंड राज्य में कुल 57.22% मतदान हुआ।
जिसमें कुल 47,72, उत्तराखंड 000 मत पड़े।
जिसमें 23,55,000 महिलाओं, 2416000 पुरुषो एवं 87 ट्रांसजेंडरो ने अपने मत का इस्तमाल किया,
