देहरादून
उत्तराखंड में लोकसभा चुनाव की तैयारी में जुटे सियासी दल अब एक दूसरे दलों की कमियों पर प्रहार करने की तैयारी कर रहे है। भाजपा ने जहां लोकसभा चुनाव के लिए पांच में से तीन सीटों पर अपने दावेदार उतार दिए … तो वहीं विपक्षी दलों के नेताओं को भी अपने दलों में शामिल करने का अभियान शुरू कर दिया है… जबकि विपक्षी दल कांग्रेस को एक के बाद एक बड़े झटके लग रहे हैं।
उत्तराखंड में लोकसभा की सीट भले ही पांच हो .. लेकिन इन पांचो सीटों पर घमासान इस कदर मचा हुआ है कि दिल्ली दरबार में भी फैसला होने में देरी हो पा रही हैं। भाजपा लोकसभा चुनाव के लिए अपनी रणनीति पर चलने का काम कर रही है …. जिसमें प्रत्याशियों की घोषणा के साथ-साथ विपक्षी दलों के नेताओं को भी अपने दल में शामिल करने का अभियान शुरू कर चुकी है.. और भाजपा का यही अभियान अब विपक्षी दलों के लिए चिंता का विषय बन रहा है। भाजपा में शामिल हो रहे नेताओं की सूची लगातार लंबी हो रही है… जबकि विपक्षी दल कांग्रेस अभी भी ना तो प्रत्याशी घोषित कर पाई है और ना ही अपने नेताओं को जोड़े रखने में कामयाब हो पा रही है। आज भी कांग्रेस के युवा चेहरे पौड़ी लोकसभा सीट से 2019 के लोकसभा चुनाव के प्रत्याशी मनीष खंडूरी ने पार्टी के सभी पदों से इस्तीफा दे दिया है। कांग्रेस हाई कमान जहां दिल्ली में लगातार बैठकर कर रहा है तो वहीं दूसरी तरफ प्रदेश में कांग्रेस की मुश्किल और बढ़ती हुई नजर आ रही है क्योंकि ना तो सीनियर नेता चुनाव लड़ने के लिए हां बोल रहे हैं और ना ही युवा नेता पार्टी में टिक रहे हैं….. ऐसे में कांग्रेस को अब चुनाव जितना बड़ा मुश्किल लगता हुआ नजर आ रहा है।
कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष करण मेहरा की माने तो जल्द ही पार्टी की तरफ से लोकसभा चुनाव के लिए प्रत्याशियों की घोषणा हो जाएगी… क्योंकि दिल्ली दरबार चल रहे मंथन का निष्कर्ष जल्द ही निकलने वाला है। कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष ने कहा कि मनीष खंडूरी के इस्तीफे की वजह क्या है यह उन्हें अभी तक मालूम नहीं है … लेकिन जहां तक पता चल रहा है वह पारिवारिक परिस्थितियों के चलते अपने पद से इस्तीफा दे रहे हैं।
उत्तराखंड कांग्रेस की मुश्किलें लगातार बढ़ रही है .. क्योंकि पार्टी के सीनियर नेता चुनाव लड़ना नहीं चाहते हैं .. और युवा नेता पार्टी छोड़ रहे हैं.. ऐसे में लोकसभा चुनाव में पार्टी क्या कुछ करेगी .. यह तो आने वाला वक्त बताएगा.. लेकिन अभी वर्तमान परिस्थितियों में कांग्रेस के लिए चुनावी हालत ठीक नहीं लग रहे हैं ।
